राष्ट्रीय मानव अधिकार फाउंडेशन के द्वारा मानव के अधिकारों के हनन को रोकना और उनके अधिकार को दिलाना, जनसेवा, समाज सेवा
राष्ट्रीय मानव अधिकार फाउंडेशन के तत्वधान के अंतर्गत प्रदेश अध्यक्ष( मध्य प्रदेश) दीपा ठाकुर जी के नेतृत्व में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान संपूर्ण मध्यप्रदेश में सकुशल चलाया जा रहा है इस अवसर पर दीपा ठाकुर जी ने अपने विचार व्यक्त किए भारत में शराब और सिगरेट के निर्यात की वजह से करोड़ो रुपये मिलते है। लेकिन फिर भी सिगरेट के पैकेट्स पर ” नो स्मोकिंग ” लिखा रहता है। फिर भी रोज 17 साल के लड़की और लड़के इसका भरपूर सेवन करते है। धूम्रपान या शराब का सेवन स्वस्थ के लिए हानिकारक होता है। यह जानकार भी लोग इसका सेवन करने से बाज़ नहीं आते। तम्बाकू, खैनी और गुटखा से माउथ कैंसर हो सकता है। कई सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करना मना होता है। मगर कुछ मनचले लोग किसी की सुनते नहीं है। नशे से मानसिक, सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर बुरा असर पड़ता है। कुछ लोग नशा करके घर पर आकर अपनी पत्नी से मार- पीठ करते है। यह घिनौना अपराध है। नशा करके सड़क पर गाड़ी चलने से दुर्घटना हो सकती है और होती भी है।
Comments
Post a Comment